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Kidney In Hindi

नमस्कार दोस्तों आपको बता दें कि बहुत सारे लोगों ने किडनी के बारे में सुना तो होगा ही और बहुत से लोग इसके बारे में जानते भी हैं लेकिन आपको बता दें आप में से बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिनको किडनी का हिंदी में मतलब नहीं पता है कि किडनी को हिंदी में क्या कहते हैं
आज हम आपको बताएंगे कि किडनी को हिंदी में क्या कहते हैं और इसका क्या मतलब होता है
Kidney In Hindi
दोस्तों आपको बता दें किडनी को हिंदी में गुर्दा कहते हैं
किडनी का दूसरा नाम क्या है?
वृक्क या गुर्दे का जोड़ा एक मानव अंग हैं, जिनका प्रधान कार्य मूत्र उत्पादन (रक्त शोधन कर) करना है।
मनुष्य के शरीर में कितनी किडनी होती है?
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्यक्ति के शरीर में दो गुर्दे होते हैं, जो मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड, आदि जैसे नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट पदार्थों को रक्त में से छानने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
मनुष्य की किडनी कितनी बड़ी होती है?
प्रत्येक किडनी लगभग 4 या 5 इंच लंबी होती है, मोटे तौर पर एक बड़ी मुट्ठी के आकार की। किडनी का काम आपके खून को फिल्टर करना है। वे कचरे को हटाते हैं, शरीर के द्रव संतुलन को नियंत्रित करते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स के सही स्तर को बनाए रखते हैं। आपके शरीर का सारा रक्त दिन में लगभग 40 बार इन्हीं से होकर गुजरता है।
किडनी कहाँ स्थित है?
गुर्दे दो सेम के आकार के अंग होते हैं, जिनमें से प्रत्येक मुट्ठी के आकार का होता है। वे रिब केज के ठीक नीचे स्थित होते हैं, आपकी रीढ़ के प्रत्येक तरफ एक।
किडनी का मुख्य कार्य क्या है?
इनका मुख्य कार्य रक्त के विषाक्त पदार्थों को साफ करना और अपशिष्ट को मूत्र में बदलना है । प्रत्येक किडनी का वजन लगभग 160 ग्राम होता है और प्रति दिन डेढ़ से डेढ़ लीटर पेशाब से छुटकारा दिलाता है। दोनों गुर्दे मिलकर हर 24 घंटे में 200 लीटर तरल पदार्थ को फिल्टर करते हैं।
किडनी की संरचना
किडनी (गुदॉ) मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। किडनी की खराबी, किसी गंभीर बीमारी या मौत का कारण भी बन सकता है। इसकी तुलना सुपर कंप्यूटर के साथ करना उचित है क्योंकि किडनी की रचना बड़ी अटपटी है और उसके कार्य अत्यंत जटिल हैं उनके दो प्रमुख कार्य हैं – हानिकारक अपशिष्ट उत्पादों और विषैले कचरे को शरीर से बाहर निकालना और शरीर में पानी, तरल पदार्थ, खनिजों (इलेक्ट्रोलाइट्स के रूप में सोडियम, पोटेशियम आदि) नियमन करना है।
किडनी की संरचना
किडनी शरीर का खून साफ कर पेशाब बनाती है। शरीर से पेशाब निकालने का कायॅ मूत्रवाहिनी (Ureter), मूत्राशय (Urinary Bladder) और मूत्रनलिका (Urethra) द्वारा होता है।
- स्त्री और पुरुष दोनों के शरीर में सामान्यत: दो किडनी होती है।
- किडनी पेट के अंदर, पीछे के हिस्से में, रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ (पीठ के भाग में), छाती की पसलियों के सुरक्षित तरीके से स्थित होती है ।
- किडनी, पेट के भीतरी भाग में स्थित होती हैं जिससे वे सामान्यतः बाहर से स्पर्श करने पर महसूस नहीं होती।
- किडनी, राजमा के आकर के एक जोड़ी अंग हैं। वयस्कों में एक किडनी लगभग 10 सेंटीमीटर लम्बी, 6 सेंटीमीटर चौडी और 4 सेंटीमीटर मोटी होती है। प्रत्येक किडनी का वजन लगभग 150 – 170 ग्राम होता है।
- किडनी द्वारा बनाए गये पेशाब को मूत्राशय तक पहुँचानेवाली नली को मूत्रवाहिनी कहते हैं। यह सामान्यत: 25 सेंटीमीटर लम्बी होती है और विशेष प्रकार की लचीली मांसपेशियों से बनी होती है।
- मूत्राशय पेट के निचले हिस्से में सामने की तरफ (पेडू में) स्थित एक स्नायु की थैली है, जिसमें पेशाब जमा होता है। वयस्क व्यक्ति के मूत्राशय में 400 – 500 मिलीलीटर पेशाब एकत्रित हो सकता है। जब मूत्राशय की क्षमता के करीब पेशाब भर जाता है तब व्यक्ति को पेशाब त्याग करने की तीव्र इच्छा होती है।
- मूत्रनलिका द्वारा पेशाब शरीर से बहार आता है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में मूत्रमार्ग छोटा होता है, जबकि पुरुषों में मार्ग लम्बा होता है।
Final Word
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