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अबेकस क्लास कैसे शुरू करें
अबेकस एक लैटिन शब्द है जिसकी उत्पत्ति “अबेकस या एबेकोन” से हुयी हैं इसका अर्थ होता हैं टेबल या टेबलेट. अबेकस गणितीय गणनाओं में काम आने वाला पहला उपकरण हैं, जिसमें पेन/पेपर पेन्सिल की आवश्यकता नहीं होती. वास्तव में अबेकस गणित का एक अल्टरनेटीव हैं, जिसमें उपकरण की सहायता से गणितीय गणना की जाती हैं, इसका आविष्कार लगभग 5000 वर्ष पूर्व हुआ था. इसके आविष्कार का श्रेय चाइना को दिया जाता हैं. यहाँ से यह कोरिया, जापान, तैवाम, मलेशिया जैसे देशों में फैला. इसका उपयोग प्राचीन काल के बेसिक अरिथमेटिक सिस्टम में नंबर की गणना के लिए होता था. पिछले कुछ दशकों में इसे ब्रेन डेवलपमेंट के टूल के रूप में काम में लिया जाने लगा हैं.
अबेकस और इसकी क्लासेज क्या हैं?
कंप्युटर ,कैलकुलेटर के आविष्कार से पहले अबेकस के उपयोग से बहुत सी जटिल गणनाएँ की जाती थी, ये तरीका पेपर पर गणित के पारम्परिक गणनाओं के तरीको की जगह काफी आसान होता था. क्योंकि लोग अपने हाथों और पैरों की अँगुलियों का उपयोग इस तरह की गणनाओं के लिए करते थे, जो कि समझने और समझाने में थोडा मुश्किल हुआ करता था, ऐसे में अबेकस ने मूलभूत और आवश्यक गणनाओं को आसान और सरल बनाने में मदद की.
आज भी दुनिया के कुछ हिस्सों में प्राइमरी काउंटिंग डिवाइस का उपयोग करते हैं, जिनमें अबेकस मुख्य हैं. लेकिन अबेकस को उपयोग में लेने से पहले थोडा सीखना जरूरी होता है, इसके लिए किसी अध्यापक का होना जरुरी है, व्यक्ति खुद से अबेकस पर गणना करना नहीं सिख सकता, इसलिए ही कई जगह इसकी क्लासेस लगाई जाती हैं. अबेकस जापान, चाइना में तो बहुत प्रसिद्ध है ही, लेकिन अब ये भारत में ख्याति प्राप्त कर रहा हैं,
मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण ये नई पद्धति बच्चों के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान रखती हैं. आज के प्रतिस्पर्धी युग में भारत में भी समस्त अभिभावक ये सुनिश्चित करते हैं कि उनके बच्चे को सभी स्किल्स आये, इस कारण हर शहर, कस्बे, स्कूल में अबेकस की क्लासेज खुल गयी हैं, जिसके लिए अबेकस की फ्रेंचाइजी भी ली जा सकती हैं.
अबेकस का उपयोग कैसे करे?
अबेकस सीखने से पहले ये समझना जरुरी हैं कि अबेकस के उपकरण एक नहीं बल्कि बहुत प्रकार के होते हैं, जैसे कि क्लासिकल एबेकस, चाइनीज अबेकस जिसमें बॉटम में 5 बीड्स और टॉप में 2 बीडस होते हैं. आधुनिक अबेकस, जापानी अबेकस, सोरो बन में 4 बीडस बॉटम में होते हैं जबकि 1 बीड टॉप में होता हैं. लेकिन आधुनिक दौर में लगने वाली कक्षाओं में मॉडर्न अबेकस की सहायता ली जाती हैं, लेकिन ये कक्षाए शुरू कैसे करे? और कहाँ से इसकी बेसिक जानकारी हासिल करे,ये जानना भी जरुरी है.
फ्रेंचाईजी कैसे प्राप्त करे?
वैसे तो अबेकस के क्षेत्र में व्यापार शुरू करने के बहुत से तरीके हैं, और ये काफी फायदेमंद भी हैं क्योंकि अपने देश में इस कोर्स में काफी सम्भावनाएं देखी जा रही हैं. इसलिए अबेकस में बिजनेस शुरू करने के 2 तरीके हो सकते हैं, या तो आप अबेकस के इक्विपमेंट का बिजनेस करे या आप अपनी क्लासेज लगाकर अबेकस सिखाना शुरू करे. अबेकस सिखाने में किसी भी तरह के बड़े इन्वेस्टमेंट की और ग्राहकों की तलाश के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं होगी, इसके लिए देश में कई तरह की फ्रेंचाइजी हैं जिनसे सम्पर्क करके उनके साथ काम शुरू किया जा सकता हैं.
आप सीधे किसी इंस्टिट्यूट या एकेडमी से सम्पर्क करके फ्रेंचाइजी हासिल कर सकते हैं. किसी फ्रेंचाइजी के साथ काम शुरू करने का यही फायदा होगा, कि आपको अपनी किसी निजी क्लासेस की तरह इसकी मार्केटिंग करने की या इसके लिए छात्र खोजने की जरूरत नहीं होगी, आप सीधे फ्रेंचाईजी के नाम के साथ अपने शहर में काम शुरू कर सकते हैं. और इन फ्रेंचाइजी से जुड़ने के लिए आपको अबेकस की जानकारी होना भी जरुरी नहीं हैं,
आप चाहे तो अबेकस सिखाने के लिए अध्यापक भी नियुक्त कर सकते हैं, आपको सिर्फ इंस्टिट्यूट की जगह, इसकी मार्केटिंग और मैनेजमेंट देखना होगा. इसके अलाव ये भी सम्भव हैं कि यदि अन्य विषयों के लिए कोई कोचिंग सेंटर पहले से चल रहा हो, तो वहाँ पर ही अबेकस की फ्रेंचाइजी लेकर एक क्लास शुरू की जाए, इस तरह अबेकस की फ्रेंचाइजी के साथ काम करके कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता हैं,और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने का सुनहरा अवसर भी मिलता हैं.
भारत और बाहरी देशों में अबेकस के लिए निम्न सुप्रसिद्ध फ्रेंचाइजी हैं, जो कि छोटे-बड़े कई शहरों में अबेकस की क्लासेज चलाती हैं.
जीनियस अबेकस और वैदिक मैथ्स: ये इंस्टिट्यूट एबेकस और वैदिक मैथ्स की ट्रेनिंग देता हैं. भारत में इसकी 250 फ्रेंचाइजी हैं और यूएसए, यूके, कनाडा, थाईलैंड, साउथ अफ्रीका, इजराइल और तुर्की में भी इसकी फ्रेंचाइजी हैं. ये ब्रांड फ्री फ्रेंचाइजी का मौका बिना किसी विशेष डिमांड के देता हैं. इसे घर या किसी कोचिंग सेंटर में आसानी में शुरू किया जा सकता हैं.
सिप एकेडमी: सिप एकेडमी एशिया अबेकस एंड मेंटल अर्थमेटिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट एफ़िलिएश्न ( AAMRADA ) की सदस्य हैं. इसके लिए शुरूआती तौर पर 1 लाख रूपये के इन्वेस्टमेंट और 800 फीट एरिया की आवश्यकता होती हैं
ब्रेन ओ ब्रेन: भारत, यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कुवैत, मॉरिशस, बहरीन, पोलैंड, युएई, स्वीडन जैसे 15 देशों में चलने वाला ये सशक्त इंस्टिट्यूट हैं,इन सभी देशों में इस ब्रांड की लगभग 600 सफल फ्रेंचाइजी हैं.
अबेकस टीचर ट्रेनिंग कोर्स और अवधि
अबेकस सिखाने के लिए सीधे छात्रों की खोज में ही निकले ये जरुरी नहीं हैं, इससे पहले कुछ अध्यापकों को तैयार करना भी जरुरी होता हैं. आपको यदि अबेकस का अच्छा ज्ञान हैं या आप किसी अच्छे जानकार को जानते हैं, तो आप एक ऐसी इंस्टिट्यूट भी खोल सकते हैं, जो अबेकस के लिए अध्यापकों को तैयार करती हो.
इसके लिए आपको पहले कोई एकेडमी जॉइन करनी होगी और अबेकस के बेसिक और कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर को समझना होगा, जिससे कि आप किसी बच्चो को पढ़ा सके. प्रॉपर ट्रेनिंग से आप अपनी एकेडमी या इंस्टिट्यूट खोल सकेंगे, जिसमे आप बच्चो को भी पढ़ा सकते हैं और टीचर ट्रेनिंग भी कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए निर्धारित योग्यता के मापदंडों का पूरा करना जरुरी हैं.
ऐसी ही एक फ्रेंचाइजी है मास्टरमाइंड फ्रेंचाइजी, जिसकी भारत और विदेशों में 1000 से ज्यादा फ्रेंचाइजी हैं. इसमें कई तरह के संसाधन मुख्य संस्था द्वारा प्रयुक्त करवाए जाते हैं. जिसमें ट्रेनिंग देना मार्केटिंग टेक्निक सिखाना, ऑफिस सेट करवाना एडवरटाइजिंग सिखाना, वेबसाईट बनाना इत्यादि सिखाया जाता हैं.
अबेकस उपकरण
अबेकस के उपकरण की सहायता से बेसिक गणित के कई सवाल सुलझाए जा सकते हैं ,ये गणित में जोड़ (+), घटाना (-), गुणा (×), भाग (÷) जैसे कई काम कर सकता हैं. इसके अलावा डेसीमल की गणना और नेगेटिव नंबर इत्यादि को भी कैलकुलेट किया जा सकता हैं. इसके लिए मुख्य उपकरण हैं-
स्टैंडिंग वुड काउंटिंग फ्रेम
अबेकस में काम आने वाली स्टैंडिंग वुड काउंटिंग फ्रेम बच्चों को 100 तक की गिनती सिखाने वाला सबसे बेहतर उपकरण हैं. बड़ा फ्रेम मजबूत और आसानी से समझ आने वाला होता हैं, हालंकि ये छोटे और बड़े दोनों साइज में उपलब्ध होता हैं. ये लकड़ी का बना फ्री स्टैंडिंग अबेकस भी हो सकता हैं, जो प्राथमिक स्कूल के बच्चो के लिए ये लर्निंग का बेहतरीन तरीका हैं. बड़ा लकड़ी का काउंटिंग फ्रेम 5 सेमी डायमीटर के वूडन बीड्स के 5 नॉन-टॉक्सिक कलर्स में मिल जाता हैं. वूडन रॉड पर बीड आसानी से मूव कर सकते हैं, इसमे फ्रेम का माप 63 x 35.5 x 87 सेमी की उंचाई तक भी हो सकता हैं.
जेंट वूडन अबेकस –नेचुरल बीड्स
यह नंबर पैटर्न्स, पार्टिशनिंग नंबर, जोड़, बाकी टेबल इत्यादि सिखाने के लिए उपयुक्त क्लास रूम डिवाइस हैं. ये एकमात्र ऐसा अबेकस उपकरण है, जिस पर से आप रोड़ हटा भी सकते हैं और बीड्स के रंग भी अरेंज कर सकते हैं. इस अबेकस में 50 नेचुरल डार्क और 10 लाईट कलर टिम्बर के बीड होते हैं, कुल 10 रोड्स होती हैं जिन्हें रिमूव भी किया जा सकता हैं. इसके स्टैंड की हाईट 56.5 सेमी तक होती हैं. इसमें सॉलिड वुडन फ्रेम होता है जिसमें स्टेनलेस स्टील में 36 मिमी x 22 मिमी बीड्स होते हैं, फ्रेम नेचुरल वुड का बना होता हैं.
इनके अलावा एम एंड डी-वूडन अबेकस (M&D – Wooden Abacus), बीड फ्रेम पेट ए (BEad FRame Patt A), बीड फ्रेम फ्लोर-96×42 सेमी-100 बीड्स, एबेक्स थ्री प्रोंग बल्क सेट,अबेकस 3 प्रोंग क्लास सेट, रेकन्रेक क्लास पैक, 20 बीड का नंबर रैक टीचर,26×6 सेमी का प्रत्येक में 20 बीड का नंबर पैक, प्लेस वैल्यू लिंकिंग एबेकस,प्लास्टिक एबेकस, बीड स्ट्रिंग, बिग स्टूडेंट एबेकस, इनविक्टा स्लाइड एबेकस, बीड फ्रेम विथ शील्ड डेमोनस्ट्रेशन सेट जैसे कई अन्य उपकरण भी मिलते हैं.
अबेकस शुरू करने की सही उम्र क्या हैं?
एबेक्स सिखने के लिए जरूरी नहीं कि प्राथमिक स्तर पर शुरू किया जाए, इसे जिन्दगी के किसी भी पडाव पर सिखा जा सकता हैं. आजकल जो भी इंस्टिट्यूट और एकेडमी अबेकस टीचर ट्रेनिंग से शिक्षक तैयार कर रही हैं, उन सभी अध्यापकों ने बड़ी उम्र में ही अबेकस सिखा हैं. हालांकि गणित की इस प्रणाली का उपयोग छोटे बच्चो की शिक्षा में करे, तो समाज को बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
सरकार की साईट पर अबेकस बिजनेस को कैसे रजिस्टर करवाए?
अबेकस बिजनेस रजिस्टर्ड करवाने के लिए या अन्य किसी भी कोचिंग क्लास या बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक मापदंडों को पूरा करना होता हैं, इसके लिए भी 3 ऑप्शन- सोल प्रॉपरटाईरशिप (Sole proprietorship), पार्टनरशिप और कम्पनी उपलब्ध होते हैं. इन तीनों बिजनेस स्ट्रक्चर के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन रिक्वायरमेंट हो सकती हैं, लेकिन शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट लाइसेंस तीनों के लिए एक जैसा होता हैं.
आप चाहे तो सरकारी साईट पर भी अपने अबेकस सेंटर का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, जिससे आपको एक सर्टिफिकेट मिलेगा. अबेकस का ट्युटोरियल खरीदने और सभी आवश्यकताओं की तैयारी करने के बाद मिनिस्ट्री ऑफ़ माइक्रो स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज पर रजिस्ट्रेशन करवाना आसान और सरल होता हैं.
ये एक फ्री प्रक्रिया हैं, इसके लिए उद्योग आधार की साईट पर जाकर अपना आधार कार्ड नंबर और उद्यमी का नाम डालकर ओटीपी जेनरेट करना होताहै, इससे आधार कार्ड में रजिस्टर्ड नंबर पर ओटीपी मिलता हैं, जिससे आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाती हैं.
इससे एक फॉर्म मिलता है, जिसमे अपनी डिटेल्स जैसे जेंडर, केटेगरी इत्यादि डालने के बाद आपको अपने बिजनेस का नाम लिखना होता हैं. यदि कोई पार्टनरशिप फर्म हो, तो उसकी जानकारी और यदि आप अकेले ही कर रहे हो, तो उसका ऑप्शन चुनना होता हैं,और आगे की औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं.
वैसे एक बार फॉर्म खोल लेने पर इसकी साईट पर राईट हैण्ड साइड में सभी इंस्ट्रक्शन लिखे होते हैं, जिन्हें पढकर भी आगे का काम किया जा सकता हैं.
लागत
अबेकस कोचिंग शुरू करना एक बहुत ही कम लागत वाला मुनाफे का सौदा हैं. इसके लिए 800-1000 स्क्वेयर फीट के एरिया की आवश्यकता होती हैं. कोई भी सेंटर लगभग 1.5 लाख रूपये में भी चालू किया जा सकता हैं.
फायदे
यदि एक सेंटर में 150 छात्र मिल जाये, तो अबेकस क्लासेज से 50 हजार तक प्रतिमाह कमाए जा सकते हैं. विभिन्न फ्रेंचाइजी से मिली जानकारी के अनुसार ये कहा जा सकता हैं कि 70,000 के इन्वेस्टमेंट में 15,000 प्रतिमाह तक कमाए जा सकते हैं, और इस इन्वेस्टमेंट में लाइसेंस, ट्रेनिंग की फीस भी शामिल हैं.
इस तरह अबेकस की फ्रेंचाइजी लेने के बहुत से फायदे देखे गए हैं, वास्तव में ये एक ऐसा बिजनेस है जो भारत में तेजी से बढ़ रहा हैं, मार्केट में भी लोग इसे काफी हद तक सपोर्ट कर रहे हैं. अबेकस फ्रेंचाइजी से नीचे दिए हुए कुछ फायदे देखे जा सकते हैं-
- अच्छी फ्रेंचाइजी से जुड़ने पर आप इसकी मुख्य कंपनी के नाम के साथ अच्छा मुनाफा अर्जित कर सकते है.
- यदि आपको अबेकस की कोई जानकारी नहीं हैं, लेकिन आप यह क्लास शुरू करने से पहले कुछ जानकारी लेना चाहते हैं तो कुछ इंस्टिट्यूट अबेकस ट्रेनिंग कोर्स भी चलाते हैं,आप उन्हें भी जॉइन कर सकते हैं.
- आप जिस भी कंपनी से जुड़ते हैं, वो आपको रीडिंग मटीरियल और अबेकस संबंधित उपकरण भी देते हैं, जिससे आपको शुरुआत करने में काफी फायदा होता हैं.
- फ्रेंचाइजी आपको लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और ऑफिस मैनेजमेंट में भी मदद करती हैं और इसमें बिजनेस शुरू करने के लिए फ्री डेमोंस्ट्रेशन भी किया जाता हैं.
वास्तव में अबेकस के मेथड से गणित सीखने वालों की संख्या बढने का कारण गणित के प्रति बच्चों का कम होता रुझान और कुछ के लिए मुश्किल सा लगने वाला सब्जेक्ट भी हैं, इसलिए ये तरीका ना केवल गणित सिखने में मदद करता हैं बल्कि पूरे मस्तिष्क के विकास में भी सहयोग देता है, जिससे कि व्यक्तित्व विकास में भी सहयोग मिलता हैं. आप इस क्षेत्र में व्यापार शुरू करके ज्यादा से ज्यादा छात्र को तैयार कर सकते हैं, कम इन्वेस्टमेंट और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिलाने वाला ये व्यापार सभी प्रकार की आत्म-संतुष्टि देगा.
अबेकस की विश्व भर में प्रसिद्धि का कारण ये हैं कि ये विकसित होते बच्चों में दिमाग डेवलपमेंट और गणित को उनके लिए आसान बनाने का आसान और प्रभावशाली तरीका हैं. अबेकस प्रणाली से शिक्षित बच्चों में कैलकुलेशन की स्पीड बढ़ जाती हैं, शुरू में वो एबेकस के उपकरण की मदद लेते हैं, फिर उन्हें उसकी जरूरत नहीं रहती, वो उपकरण को इमेजिन करते हुए ही जटिल से जटिल गणनाएं बिना कंप्यूटर या कैलकुलेटर के कर लेते हैं.
Final Word
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