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रेडीमेड गारमेंट का बिजनेस कैसे व कहाँ शुरू करें
कपड़ो का व्यापार या रेडीमेड गारमेंट का स्टोर आज भारत में बहुत ही तेजी से बढ़ता हुआ व्यापार है. इस व्यापार में व्यापारी के लिए कपड़ो में बहुत ज्यादा मार्जिन होने के कारण व्यापारी को इसमे लाभ के अवसर बहुत ही अधिक होते है. परंतु इस व्यापार के लिए व्यापारी को अपने स्टोर में बहुत सारी वेरायटी को भी मेन्टेन करना पढता है और साथ ही इस बिज़नेस में समय के साथ तुरंत ट्रेंड बदलने का डर भी हमेशा बना रहता है. इसलिए कपड़ो का व्यापार करना या रेडीमेड गारमेंट का स्टोर खोलना कोई मजाक नहीं है, इसमे बहुत सी ऐसी चीजे है जिसे व्यापारी को अपने ध्यान में रखनी पड़ती है, ताकि वह सफलता से अपना बिज़नेस कर पाये.
रेडीमेड गारमेंट बिज़नेस के लिए टिप्स
भारत में किसी भी तरह का कपड़ो का व्यापार चालू करने से पहले आपको कुछ बातो का ध्यान रखना आवश्यक होता है. रेडीमेड गारमेंट एक अंतिम प्रोडक्ट होता है, जिसे आप आगे प्रोसेस नहीं कर सकते, इसे आपको सीधे ग्राहकों को बेचना होता है. रेडीमेड बिज़नेस को चालू करने से पहले कुछ चीजों की चॉइस करना आवश्यक है. कुछ चीजों की जानकारी हम नीचे दे रहें है जो आपके काम आयेगी.
- कपड़ो का प्रकार : इस बिज़नेस के लिए सबसे पहली चीज यह होती है कि आपको यह तय करना होता है, कि आप अपने स्टोर में किसा तरह के कपड़े बेचना चाहते है. मार्केट में बहुत तरह की वैरायटी उपलब्ध होती है, जिसके द्वारा आप शुरुआत कर सकते है. इसके अलावा आपको यह भी तय करना होता है कि आप बच्चों, युवाओं- लड़के या लडकियों या औरतों किसके लिए अपने स्टोर में कपडे बेचना चाहते है. आप चाहे तो अपने स्टोर में एक से अधिक तरह के लोगों को सर्व कर सकते है परंतु हमारी सलाह यही रहेगी कि आप शुरुआत एक ही चीज से करे.
- टारगेट कस्टमर : इस बिज़नेस में आप डायरेक्ट कस्टमर को सर्व करते है, इसे बी2सी बिज़नेस मॉडल कहा जाता है. इसके लिए आपको शुरुआत से ही अपने टारगेट कस्टमर तय करना होता है. क्योंकि इस बिज़नेस में महिलओं के कपड़ो के लिए अलग तरह के कस्टमर होंगे, लडको के कपड़ो के लिए अलग तरह के कस्टमर होंगे और बच्चों के कपड़ो के लिए अलग तरह के कस्टमर होंगे. इस लिए आपके लिए यह बेहतर होगा की अपने कस्टमर को तय कर आप उसके हिसाब से अपनी रणनीति तय करे.
- कागजी कार्यवाही संपन्न करे : किसी भी तरह के बिज़नेस के लिए यह सबसे आवश्यक चीज है, उसमे की जाने वाली कागजी कार्यवाही. आपके लिए जरूरी है की आप अपना स्टोर खोलने से पूर्ण सभी तरह के लाइसेंस और अन्य कागज तैयार कर ले.
- मार्केट रिसर्च : किसी भी तरह के बिज़नेस को स्टार्ट करने से पूर्व यह बहुत ही आवश्यक है की आप अपने आस पास के मार्केट और उनकी चॉइस को अच्छी तरह से पता करले. रेडीमेड गारमेंट में फैशन और स्टाइल प्रतिदिन बदलती है, इसलिए आपके लिए आवश्यक है कि आप अपने आस पास का ट्रेंड और उनके द्वारा वहन की जाने वाली प्राइस के बारे में अच्छे से जानकारी एकत्रित करले.
- क्वालिटी चेक : आपके द्वारा बेचे जाने वाले सामना की क्वालिटी बहुत ज्यादा मायने रखती है. आज के दौर में प्रतियोगिता बहुत बढ़ गयी है अब के समय में लोगों द्वारा आपको पीछे करने में ज्यादा टाइम नहीं लगता. इसलिए फैशन और ट्रेंड के साथ साथ आपको क्वालिटी मेंटेन करना भी बहुत आवश्यक है.
रेडीमेड गारमेंट बिज़नेस के लिए आवश्यक लाइसेंस
- रेडीमेड गारमेंट के बिज़नेस के लिए हर तरह के बिज़नेस की तरह ट्रेड लाइसेंस आवश्यक होता है. ट्रेड लाइसेंस आपकी लोकल मुन्सिपलिटी के द्वारा जारी किया जाता है. अगर किसी स्थिति में रेडीमेड गारमेंट के विक्रेता शहर से बाहर परंतु राज्य की सीमा के अंदर अपना सामान बेचना चाहते है, तो उन्हें भी अलग लाइसेंस के लिए अप्लाई करना पढता है.
- ट्रेड लाइसेंस के अलावा जीएसटी या गुड्स एंड सर्विस टैक्स के लिए रजिस्ट्रेशन आवश्यक होता है. अपने शहर में किसी भी चार्टेड एकाउंटेंट या अन्य किसी टैक्स कंसलटेंट के द्वारा आप जीएसटी में रजिस्टर कर सकते है. अगर आपका सालाना टर्नओवर 20 लाख से अधिक हो तो आप जीएसटी के लिए एप्लीकेबल होंगे, परंतु हर स्थिति में आपको इसके लिए अप्लाई करना अनिवार्य है.
जगह का चयन कैसे करे
किसी भी व्यापार के लीये जगह या लोकेशन बहुत ही महत्वपूर्ण चीज होती है. आपको अपने ग्राहकों के चयन के लिए पहला बेस यही से मिलता है या आप अपने बिज़नेस के नेचर के हिसाब से भी जगह का चयन कर सकते है.
अगर आप रेडीमेड गारमेंट का बिज़नेस एक होलसेलर की तरह स्टार्ट करना चाहते है, तो फिर आपके लिए जगह मायने नहीं रखती. आप चाहे तो इसे अपने घर से स्टार्ट कर सकते है, क्योंकि इसमे ग्राहक उसकी आवश्यक्ता के हिसाब से खुद आपके पास चलकर आता है और आपको इसमे बल्क में आर्डर लेने होते है. परंतु आप एक रिटेल स्टोर खोलना चाहते है तो जगह मायने रखती है, इसके लिए आपको ऐसी जगह का चयन करना चाहिये, जहाँ ज्यादा संख्या में लोग आते जाते हो.
मार्केटिंग प्लान और मार्केटिंग एरिया
आपकी मार्केटिंग का एरिया और प्लान पूर्णतः आपके टारगेट कस्टमर पर आधारित होता है. जैसे यदि आप लडकियों के कपडे बेच रहें है तो आपका मार्केटिंग एरिया और स्ट्रेटेजी एडवांस होना चाहिये. जैसे आप सोशल मीडिया या डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते है. वैसे यह बच्चों या लडको के केस में भी अप्लाई होता है. मार्केटिंग का मुख्य तरीका यह है कि यदि आप युवा पीडी को सर्व कर रहें है तो आपके प्रमोशन के तरीके भी उनके हिसाब से होने चाहिये. ताकि आप उन तक पहुच पाये.
आपके बिज़नेस के लिए कुछ मार्केटिंग के तरीके हम आपको नीचे पॉइंट्स में बता रहें है.
- डिजिटल मार्केटिंग : आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग, मार्केटिंग का सबसे अच्छा और सफल तरीका है. इसके लिए आप चाहे तो खुद का वेब पेज बनाकर उसे मेन्टेन कर सकते है. या विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जैसे फेसबुक, इन्स्टाग्राम आदि का प्रयोग भी अपनी मार्केटिंग के लिए कर सकते है.
- टेली मार्केटिंग : आजकल गारमेंट के क्षेत्र में यह मार्केटिंग का सबसे नया तरीका है. खासकर लडकियों पर यह ज्यादा अप्लाई किया जाता है. जब भी कोई नया स्टॉक आता है या कोई ऑफर होते है तो दुकानदार अपने रेगुलर ग्राहकों को इसके बारे में सूचित करते है इससे उनका सेल बढ़ता है. आप अपने नये व्यापार के लिए भी इसे यूज़ कर सकते है.
- ट्रेडिशनल मीडिया : आप अपने यहाँ के लोकल टीवी चैनल या रेडिओ पर अपना विज्ञ पण दे सकते है. इसके अलावा आप अपने यहाँ चलने वाले न्यूज़ पेपर में भी अपना विज्ञापन दे सकते है. और चाहे तो इसके पंपलेट भी बटवा सकते है जिससे लोगों को आपके नये इनिशिएटिव के बारे में जानकारी मिलेगी.
- स्पेशल ऑफर : जब आपका बिज़नेस नया होता है, तो यह आपके लये मार्केटिंग का सबसे बेस्ट तरीका होता है. इसके द्वारा आप नये कस्टमर को भी अपनी और आकर्षित कर सकते है. और फिर अपनी सेवाओं द्वारा उन्हें अपने रेगुलर कस्टमर में परिवर्तित कर सकते है.
- यूज़ ब्रांड : अगर आप किसी ऐसे ब्रांड को प्रमोटे करते है जो आपके शहर में पहले से उपलब्ध नहीं है, तो लोग स्वयं ही आपकी और आकर्षित होंगे. इससे आपका बिज़नेस बढेगा.
- कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट : यह मार्केटिंग का सबसे बेहतर तरीका है. अगर आप अपने कस्टमर का सही से ध्यान रखते है और उसे खुश करने में सफल होते है. तो वह आपकी और आपके बिज़नेस की माउथ पब्लिसिटी करता है और अपने साथ अन्य लोगों को भी आप तक लाता है. और यह मार्केटिंग का वह तरीका है जिसमे आपको कोई पैसा इनवेस्ट करने की आवश्यक्ता नहीं होती.
स्टाफ और सैलरी कैसे तय करे
किसी भी तरह के रेडीमेड गारमेंट के बिज़नेस के लिए आपको स्टाफ की जरुरत पढ़ती है ताकि आप अपने कस्टमर को आसानी से सर्व कर सके. परंतु शुरुआत में आपके लिए यह आवश्यक है कि आप अपने स्टाफ को कम सैलरी पर हायर करे और कुछ प्रयत्नों द्वारा यह पैसा सेव करे. जैसे की आप अपना खुद का शॉप खोल रहें है तो आपको किसी बड़े ब्रांडेड आउटलेट की तरह ज्यादा स्टाफ की आवश्यक्ता नहीं होगी. एक शॉप के हिसाब से आपको 1 या 2 वर्कर्स की आवश्यक्ता होगी, जो आपके काम में आपकी मदत कर पाये और आपको इन्हें इनके काम के लिए 3 से 4 हजार रुपय हर महीनें देने होंगे, जो कि बहुत बड़ी रकम नहीं है.
इसके अलावा आपको एक व्यक्ति की और आवश्यक्ता होगी जो आपकी मार्केटिंग का ध्यान रखेगा और आपके सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म और वेबसाइट को मैनेज करेगा. परंतु शुरुआत में आप अगर पैसे बचाना चाहे तो खुद इसे देख सकते है. अगर आप डोर टू डोर मार्केटिंग करना चाहते है तो मार्केटिंग स्टाफ अलग से रखना आपके लिए जरुरी हो जायेगा.
निवेश
रेडीमेड गारमेंट के बिज़नेस के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने की आवश्यक्ता नहीं होति. अगर आप एक महिला है और एक साइड बिज़नेस के रूप में इसे चालू करना चाहती है तो आप इसे अपने घर से ही चालू कर सकती है. बस आपको सामान रखने और कस्टमर्स को सर्व करने के लिए जगह तय करनी होगी जिससे घर वालोँ को डिस्टर्ब ना हो. परंतु यदि आप खुद का स्टोर खोलना चाहते है तो आपको 5 से 10 लाख का इन्वेस्टमेंट करना होगा. फेशन, कपड़ो की क्वालिटी और वैरायटी के हिसाब से आपका इन्वेस्टमेंट बढ़ भी सकता है, परंतु यह पूर्णत आप पर निर्भर करता है कि आप कितना खर्चा करना चाहते है.
सेलिंग प्राइस पर मार्जिन
रेडीमेड गारमेंट का बिज़नेस बहुत ही फायदे का सौदा है, इसमें अन्य बिज़नेस के मुकाबले बहुत ज्यादा मार्जिन होता है. अगर हम आकड़ो की बात करे, तो इस बिज़नेस में लगभग 40 से 50 प्रतिशत का मार्जिन होता है. कपड़ो का मार्जिन इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस तरह के कपडे बेच रहें है, ब्रांडेड या बिना ब्रांड के क्योंकि ब्रांडेड कपड़ो का मार्जिन पुर्णतः कंपनी पर निर्भर करता है.
इसके अलावा कपड़ो का मार्जिन इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपके टारगेट कस्टमर्स कौन है या आप किस क्वालिटी का प्रोडक्ट सर्व कर रहें है.
रेडीमेड गारमेंट बिज़नेस में लाभ
जैसा की हमने पहले ही स्पष्ट किया की आपका प्रॉफिट मार्जिन लगभग 50 प्रतिशत होता है. विभिन्न ब्रांड्स और नॉन ब्रांड्स में यह 25 से 50 प्रतिशत तक हो सकता है. इसके बाद विभिन्न टैक्स, स्टोर मेंटेनेंस और एम्प्लोयी की सैलरी के बाद बाकी बचा हुआ अमाउंट आपका प्रॉफिट होता है. जो की काफी अच्छी रकम होती है इसलिए रेडीमेड गारमेंट का बिज़नेस एक फायदे का ही सौदा है.
रिस्क और बचाव
इस बिज़नेस में कुछ रिस्क भी है, जिसके बारे में आपको जान लेना अनिवार्य है. नीचे हम आपको इससे जुड़े हुए कुछ रिस्क से परिचित करवा रहें है.
- भारत में रेडीमेड गारमेंट का बिज़नेस बहुत ही रिस्की है, क्योंकि या तो यह बहुत सफल होता है या आप तुरंत नुकसान में जा सकते है. भारत में साल में दो बार स्टॉक परिवर्तित होता है, एक ठंड में और दुसरा गर्मी में इसलिए दुकानदार को इसमे अपडेट रहना होता है.
- जब फेशन परिवर्तित होता है तो पुराने स्टॉक को आपको कंपनी को वापस करना होता है या आप इसे सेल लगाकर अपने कस्टमर को कम दामो में आकर्षित करके बेच सकते है. इससे आप अगले साल तक स्टॉक संभालकर रखने से बच जाते है और आपका ज्यादा नुकसान भी नहीं होता.
- सीजन के समय आवश्यक्ता के चलते आपके प्रोडक्ट अच्छी कीमत पर बिक जाते है. परंतु मार्केंट में अन्य प्रतिद्वंदी से अधिक कीमत वसूलना आपके बिज़नेस के लिए गलत साबित हो सकता हैं और आपके कस्टमर दूसरी और आकर्षित हो सकते है. इसलिए अपनी प्राइस लिस्ट बनाते समय यह बात ध्यान रखनी चाहिये और अन्य लोगों की प्राइस के बारे में एक बार जरुर पता कर लेना चाहिये.
Final Word
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