Hello friends, you are warmly welcome to our website ilimain.com. In today’s post, I am going to share with you – चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द, Struggle Motivational Quotes in Hindi.
चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द
- सारंग
- कलानिधि
- विधु
- विभाकर
- इन्दु
- शशि
- शशांक
- सुधाकर
- सुधांशु
- हिमांशु
- हिमकर
- निधि
- सुधाकर
- निशाकर
- निशानाथ
- निशिपति
- राकापति
- कला
- निधि
- मयंक
- राकेश
- कलाधर
- चाँद
- तारापति
- चन्द्र
- शशि
- मृगांक
- रजनीश
- राकेश
- सोम।
चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द अंग्रेजी में
- Moon
- Crescent
- Orb of night
- Half-moon
- Planetoid
- Satellite.
- चाँद – चाँद सितारों से भी आगे बढ़ सकते हो।
- हिमांशु – मैने कल देखा हिमांशु अच्छा क्रिकेट खेलता हैं।
- निशाकर – निशाचरों की तरह रात में कंहा विचर रहे हो। निशाकर के निकलते ही अंधकार तिरोहित हो गया।
- कलाधर – कलम कलाधर मानद उपाधि, उदयपुर।”
- सुधाकर – सुधाकर ने अपनी शिकायत में चार अन्य लोगो का नाम लिया हैं।
चंद्रमा की परिभाषा – चंद्रमा एक खगोलीय पिंड है जो पृथ्वी को उसके एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के रूप में परिक्रमा करता है। माना जाता है कि सौरमंडल का पांचवां सबसे बड़ा उपग्रह है, जो रात्रि के समय पृथ्वी को प्रकाशित करता है।
चंद्रमा के कई पर्यायवाची शब्द हैं, लेकिन क्या अंतर है?
वर्षों से चंद्रमा को कई अलग-अलग नामों से पुकारा जाता रहा है। सेलीन, लूना और डायना कुछ सबसे लोकप्रिय हैं। लेकिन इन नामों में क्या अंतर है?
सेलेन एक प्राचीन यूनानी देवी का नाम था जो चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करती थी। लूना सेलेन का रोमन नाम है, और डायना आर्टेमिस का रोमन नाम है, जो चंद्रमा से जुड़ी एक और ग्रीक देवी थी।
तो मूल रूप से, ये सभी एक ही चंद्रमा के लिए अलग-अलग नाम हैं। लेकिन उन्हें ये अलग-अलग नाम क्यों दिए गए?
यूनानियों और रोमनों के कई अलग-अलग देवी-देवता थे, और वे अक्सर वस्तुओं या घटनाओं को सम्मान देने के लिए उन्हें अलग-अलग नाम देते थे। चंद्रमा कोई अपवाद नहीं था, और इसे विभिन्न देवी-देवताओं के सम्मान में कई अलग-अलग नाम दिए गए थे।
चंद्रमा को विभिन्न तरीकों से कैसे कहें
चांद को अलग-अलग भाषाओं में कहने के कई तरीके हैं। उदाहरण के लिए, स्पेनिश में चंद्रमा के लिए शब्द लूना है, जबकि फ्रेंच में चंद्रमा के लिए शब्द लून है। जर्मन में मून के लिए शब्द मोंड है, और इटालियन में मून के लिए शब्द लूना है। अन्य भाषाओं में चंद्रमा के लिए और भी कई शब्द हैं, और उन सभी का अपना अनूठा उच्चारण और अर्थ है।
चंद्रमा रहस्य: चंद्रमा का निर्माण कैसे हुआ?
चंद्रमा एक रहस्यमय खगोलीय पिंड है। वैज्ञानिकों ने लंबे समय से बहस की है कि इसका गठन कैसे हुआ। प्रमुख सिद्धांत यह है कि थिया नामक मंगल के आकार की वस्तु पृथ्वी से टकराई, मलबे को कक्षा में तोड़ दिया जो अंततः चंद्रमा बनाने के लिए एकत्रित हुआ।
हालाँकि, इस सिद्धांत के बारे में अभी भी बहुत बहस है, क्योंकि यह चंद्रमा की सभी विशेषताओं को पूरी तरह से स्पष्ट नहीं करता है। एक और संभावना यह है कि चंद्रमा का निर्माण तब हुआ जब कोई छोटी वस्तु जैसे क्षुद्रग्रह या धूमकेतु पृथ्वी से टकराया।
यह सिद्धांत बताता है कि टक्कर से निकलने वाली गर्मी ने पानी के एक पिंड को बनाने के लिए पर्याप्त पिघलने और वाष्पीकरण का कारण बना जो बाद में चंद्रमा में समा गया.
फिर भी एक अन्य सिद्धांत से पता चलता है कि चंद्रमा को किसी अन्य ग्रह या चंद्रमा से निकाले जाने के बाद पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण द्वारा कब्जा कर लिया गया था। कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता कि चंद्रमा का निर्माण कैसे हुआ, और वैज्ञानिक अभी भी इस रहस्य को सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं।
चन्द्रमा शब्द का हिंदी में अर्थ
चन्द्रमा शब्द का हिंदी में अर्थ होता है = सौर मंडल का एक उपग्रह जो रात में पृथ्वी को चाँदनी से उजाला करता है । इसके अलावा चंद्रमा को चांद के नाम से भी जाना जाता है और एक ऐसे तारे के बारे में जाना जाता है जो तारो मे सबसे उपर हो यानि जिसे तारापति के नाम से जानते हो । इसके साथ ही रात मे निकलने के कारण से इसे रात्रिचर भी कहा गया है । चंद्रमा को मुख्य रूप से दो पर्यायवाची महत्वपूर्ण है चाँद, शशि । यही कारण है की इसे चांद और शशि के अधिक नाम से जानते है ।
चंद्रमा शब्द के महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द
चांद का पर्यायवाची शब्द वही होते है जो की चंद्रमा के होते है मगर कुछ पर्यायवाची भिन्न भी हो सकते है ।
शशि का पर्यायवाची शब्द वही होते है जो की चंद्रमा के होते है मगर कुछ पर्यायवाची भिन्न भी हो सकते है ।
चंद्रमा शब्द का वाक्य में प्रयोग
- श्यामलाल ने अपनी पत्नी को भोजन करने के लिए कहा तो उसने कहा की आज मेरा चौथ का व्रत है अभी चंद्रामा दिखाई नही दे रहा है तो मैं कैसे भोजन कर सकती हूं ।
- हिंदू धर्म के लोग चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा कर कर भोजन करते है ।
- रात के 9 बजे जब मैं बहार निकला तो देखा की चंद्रमा की रोशनी पूरी धरती छाई है जिसके कारण से मुझे लाइट चासने की की जरूरत तक नही पडी ।
- महेश ने अपने भाई से कहा की भाई अब तो चंद्रमा पूरा का पूरा दिख रहा है तुम आराम से दूकान मे जाकर आ सकते हो चारो और चांदनी है ।
चंद्रमा का पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- राहुल ने कल पहली बार पूरा चांद देखा था क्योकी उसके जन्म के बाद पहली बार पूरा चंद्रमा निकला था ।
- महेश ने अपनी मां से कहा की आज अद्र्धचंद्रमा निकला हुआ है तो जरा कुछ बना लो और भगवान को भोग लगा दो ।
- किशोर के घर मे रात को चोर घुस गया मगर शशि (चंद्रमा) के निकले होने के कारण से वह लोगो की नजरो मे आ गया और पकडा गया ।
चंद्रमा से जुडे रोचक तथ्य
- आपको जानकारी नही होगी की चंद्रमा सौर मंडल का सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह में से एक है और यह पाँचवे नम्बर पर आता है ।
- असल में पृथ्वी से किसी भी मनुष्य ने अब तक चंद्रमा को पूरी तरह से नही देख है मतलब चंद्रमा का कुल 59 प्रतिशत का हिस्सा ही हमे नजर आता है ।
- आखिर चंद्रमा बडा होता है या पृथ्वी – इस बारे मे पूछा जाता है तो बताया जाता है की चंद्राम का आकार पृथ्वी से छोटा है और कुल 9 चंद्रमा पृथ्वी के अंदर तक समा सकते है ।
- वैज्ञानिको ने अध्ययन किया तो पता चला की पृथ्वी पर दिन और रात करने में चंद्रमा का बडा योगदान रहता है अगर चंद्रमा को कभी गायब कर दिया जाए या गायब हो जाता है तो पृथ्वी के दिन और रात का समय घट जाएगा और दिन का समय 6 घंटे तक ही रह जाएगा ।
- चंद्रमा पर गए कुल व्यक्तियो ने वहां पर जो मल त्यागा और अपने साथ जो वस्तु लेकर गए थे वह चंद्रमा पर ही पडे रहने पर कुल 1,81,410 किलोग्राम का मलबा आज चंद्रामा पर है ।
- आपको जान कर हैरानी होगी की अगर कोई व्यक्ति चंद्रमा पर जाता है तो उसका वजन 16.5 फीसद तक कम हो जाता है और यह गुरुत्वाकर्षण के कम होने के कारण होता है ।
- आपको जान कर हैरानी होगी की चंद्रमा का कुल क्षेत्रफल की बात करे तो वह एक देश के बराबार होता है और वह अफ्रीका है ।
- चंद्रमा पर जाने वाले अनेक व्यक्ति थे मगर उनमे से पहला नील आर्मस्ट्रांग नामक व्यक्ति था जिसने पृथ्वी से चंद्रमा तक की दूरी तय की और अपना पहला कदम चांद पर रखा था ।
- आपको जान कर हैरानी होगी की चंद्रमा पर अक्सर द्रग्रह और धूमकेतु टकराते रहते है जिसके कारण से वहां पर छोटे मोटे गड्डे बन गए है और यही चंद्रमा की तस्वीरो मे देखने को मिलता है ।
- आपको जान कर हैरानी होगी की अब चंद्रमा पर भी वाई-फाई कनेक्शन लगा दिया है यह नासा ने किया है ।
चंद्रमा का आकार गोल नही है
दोस्तो बहुत से लोगो का मानना है की चंद्रमा का आकार गोल होता है मगर आपको जान कर हैरानी जरूरी होगी मगर सत्य यही है की चंद्रमा का आकार गोल नही होता है । क्योकी यह पृथ्वी से देखने पर ही गोल नजर आ जाता है मगर इसका आकर भी अंडाकार होता है ।
वैज्ञानिको ने अपने सोध के जरीय जब चंद्रमा के आकार के बारे में पता लगाने की कोशिश की तो उन्हे लगा की चंद्रमा का आकार गोल है। मगर जब समय के साथ और अधिक अध्ययन किया गया तो पता चला की यह अंडे के आकार का होता है ।
मगर पृथ्वी से देखने पर पता चलता है की यह गोल है क्योकी अंडे के आकार की वस्तु दूर से गोल ही दिखाई देती है । इस कारण से पता चलता है की चंद्रमा का आकार गोल नही होता बल्की अंडाकार होता है।
चांद के चमकने का कारण
चंद्रमा के चमकने का कारण सूर्य है क्योकी चंद्रमा में स्वयं मे कोई भी चमक नही है बल्की जब सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर पडती है तो चंद्रमा चमकता हुआ प्रतित होता है । और इसी सूर्य के कारण से पृथ्वी पर चमक होती है ।
चंद्रमा के चमकने की प्रक्रिया
सूर्य जिसके चारो और पृथ्वी अपने चक्र लगाने का काम करती है उसी तरह से चंद्रमा भी पृथ्वी का चक्कर लगाने का काम करता है । चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बिच में से होकर भी गुजर जाता है यही कारण है की चंद्रमा चमक उठता है । क्योकी चंद्रमा जब पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए सूर्य और पृथ्वी के बिच मे आता है तो सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नही पहुंच पाती है और रोशनी चंद्रमा पर ही पडती है ।
जिसके कारण से पृथ्वी के कुछ हिस्सो मे रात हो जाती है और वही चंद्रमा चमकता हुआ दिखाई देने लग जाता है । क्योकी पेड पोधे सूर्य की रोशनी को नष्ट करने का काम करते है मगर चंद्रमा पर इनकी सख्या तक नही होती है जिसके कारण से चंद्रमा की सतह इतनी अधिक गर्म हो जाती है की वह कई दिनो तक चमकता हुआ दिखाई दे सकता है । अत: इस तरह से चंद्रमा की चमक होती है जो की सूर्य के कारण से चमकता हुआ दिखाई देता है ।
पूर्णिमा की रात को होता है चंद्रग्रहण
आपने देखा होगा की जिस दिन पूर्णिमा होती है उसी दिन चंद्रग्रहण होता है यानि चंद्रमा अंधेरे मे चला जाता है और दिखाई नही देता है । क्योकी चंद्रग्रहण हर बार पूर्णिमा के दिन ही होता है तो चंद्रग्रहण का दिन पूर्णिमा को कहा जा सकता है मगर चंद्रग्रहण होता क्या है आइए जातने है ।
चंद्रग्रहण कैसे होता है
दोस्तो जैसा की हमने बात कि, की पृथ्वी सूर्य के चारो और चक्कर लगाती है और पृथ्वी के चारो ओर चंद्रमा चक्कर लगाने का काम करता है । जिसके कारण से ही पृथ्वी और चंद्रमा पर रोशनी नजर आती है । ठिक यही कारण है की चंद्रमा कुछ समय के लिए अंधेरे मे चला जाता है ।
क्योकी जब चंद्रमा और सूर्य के बिच मे पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर चली जाती है और पृथ्वी के पिछे चंद्रमा होने के कारण से उसके पास सूर्य की रोशनी नही पहुंच पाती है जिसके कारण से चंद्रमा की चमक दिखाई नही देती है और चमक न दिखाई देने के कारण से वह अंधेरे के साथ मिल जाता है । इस तरह से चंद्रमा का अंधेरे के रूप मे रहने को चंद्रग्रहण कहा जाता है ।
चंद्रमा पर पानी की उपस्थिति
दोस्तो 2008 के समय मे नासा ने चंद्रयान नामक एक अंतरिक्ष यान को चांद पर भेजा था । जिसने चंद्रमा पर पानी की खोज की थी । हालाकी पानी होने के सकेंतो के बारे मे पहले भी बता दिया था की चंद्रमा पर पानी मोजूद है मगर हैरानी की बात यह थी की उस समय पानी केवल अंधेरे स्थान पर ही मिला था ।
मगर नासा के चंद्रयान ने पानी को सूर्य की रोशनी पडने वाले स्थान पर खोज लिया है । चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्ध मे स्थित पानी के अणू के बारे मे पता लगाया है । यह वही स्थान है जिसे पृथ्वी से देखने पर सबसे बडा गड्डा नजर आता है जिसका नाम क्लेवियस क्रेटर है ।
पानी के अणु का पता लगने के बाद में नासा ने वहां पर मानव बस्ति बनाने की योजना भी जगा ली है और ऐसा अनुमान है की भविष्य मे चंद्रमा पर भी मानव होगा ।
Final Word
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